राष्ट्रीय महत्व का विषय है काशी-मथुरा मुक्ति अभियान

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  • 31 October 2024
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श्रीमती चेतना त्यागी (सलाहकार सम्पादक)- Mystic Power-  भारत को हिन्दू राष्ट्र कैसे घोषित किया जाए इस पर विचार मंथन एवं कार्य योजना बनाने के उद्देश्य से हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का शुभारंभ शंखनाद, दीप प्रज्वलन एवं वेद मंत्र पठन से हुआ । इस अधिवेशन में काशी विश्वनाथ का मुकदमा लड़ने वाले सर्वोच्च न्यायलय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि 1670 में औरंगजेब द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर तोडा गया। परन्तु एक बार मंदिर बनने के बाद उसे तोड़ने पर भी वहां के देवता का अस्तित्व समाप्त नहीं होता है। देवता अजर अमर हैं वो अदृश्य रूप में सदैव रहते हैं। अन्य धर्मियों के मंदिर क्षेत्र में अनाधिकृत प्रवेश से मंदिर का धार्मिक स्वरुप समाप्त नहीं होता, अर्थात "वन्स अ टेम्पल, ऑलवेज अ टेम्पल" । हिन्दुओं के अस्तित्व की बात को भी हेट स्पीच कहा जा रहा है ! - रमेश शिंदे   हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि लव जिहाद एक ऐसा षड़यंत्र है जिसमे किसी हिन्दू स्त्री का एक बार धर्म परिवर्तन होने के बाद उसके कोख से हिन्दू वंश का बच्चा पैदा नहीं होता। आज जिस प्रकार सरकारी स्तर पर सेक्युलरवाद फैलाया जा रहा है उस अनुपात में हिन्दुओं में हिन्दू राष्ट्र की जागृति करने की आवश्यकता है। हमें राजनैतिक नहीं,बल्कि सत्ता के साथ न बदलने वाला स्थिर हिन्दू राष्ट्र चाहिए। सेक्युलर सरकार द्वारा हज यात्रा हेतु अनुदान दिया जाता है, अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण किया जाता है परन्तु बहुसंख्यक हिन्दुओं हेतु कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। 96 लाख यहूदियों का भी एक स्वयं का आश्रय स्थल है, परन्तु 100 करोड़ हिन्दुओं का अपना एक भी सुरक्षित आश्रय स्थल नहीं। धर्म के आधार पर विभाजन होने के बाद भी 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने का षड़यंत्र जारी है इसलिए हिन्दू राष्ट्र की निरंतर मांग करते रहना है। धर्म पालन सिख धर्म से सीखें - दर्शन गिरी जी महाराज   पंचदशनाम जूना अखाडे के संन्यासी श्री दर्शन गिरी जी महाराज ने भी इस अधिवेशन में अपने विचार रखते हुए कहा कि राष्ट्र विरोधी लोग बढ़ रहे हैं। हिन्दुओं को राष्ट्र की रक्षा के लिए आगे आना होगा। सभी धर्मों की एक अलग पहचान होती है उसी प्रकार तिलक लगाना, शिखा रखना, सात्विक वेशभूषा इत्यादि हिन्दू धर्म की पहचान है। उसे प्रत्येक हिन्दू ने धारण करना चाहिए। यह हमें सिख धर्म से सीखना चाहिए। बच्चे भविष्य का नींव होते हैं इसलिए उन्हें योग्य संस्कार देने की नितांत आवश्यकता है। अगर भविष्य सुरक्षित रखना है तो धर्म शिक्षा ही देनी चाहिए। हिन्दू धर्म के लिए कार्य करने वाले योद्धाओं का तन मन धन से साथ देना होगा।   मंदिरों की सुरक्षा एवं सरकारीकरण से मुक्ति हेतु ‘मंदिर-न्यास परिषद’ निर्माण करना तथा मंदिरों के सुप्रबंधन हेतु अभ्यासक्रम तैयार करके मंदिर प्रबंधकों को प्रशिक्षित करने के बारे में सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने बताया ।   अधिवेशन में हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्रोत सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले जी द्वारा प्रेषित शुभ संदेश का वाचन किया गया । इस अधिवेशन में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, देहली, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश, चंडीगढ़ व जम्मू आदि 10 राज्यों से हिन्दुत्वनिष्ठ सहभागी हो रहे हैं ।



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