हनुमान शब्द की व्याख्या यद्धपि आसान नही है। फिर भी इस पोस्ट मे ‘हनुमान’ जी को समझने का ...
श्रीदत्तात्रेय के अवतार में हमें असाधारण वैशिष्ट्य का दर्शन होता है। वे योगियों के परम ध्येय होने के कारण सर्वत्र...
पाणिनि के गुरु का नाम उपवर्ष पिता का नाम पणिन और माता का नाम दाक्षी था। पाणिनि जब बड़े हुए...
लाहिड़ी महाशय को प्यार से ‘‘आनन्दमग्न बाबू’’ कहने वाले अंग्रेज ऑफिस सुपरिंटेन्डेन्ट के ध्यान में सबसे पहले यह बात आयी...
भारत का समुद्र व्यापार सुरक्षा के अभाव में अरब तथा यूरोप के लुटेरों द्वारा बन्द हो गया तथा केवल मछुआरों...
पुरुष की तीन आंते हैं । स्त्रियों की आतें तीन तीन व्याम की ही होती हैं, वेदवेत्ता द्विज ऐसा ही...
३ कुरु थे। विषुव रेखा पर शून्य देशान्तर पर लंका था (लक्कादीव का दक्षिन भाग) इसके डूबने पर उज्जैन को...
ब्राह्मण पुत्र होने से तप न करके राज्य करता -यह भी अपने कुल के अनुरूप नहीं था ।...
अमावस्या के दिन, रज-तम फैलाने वाली अनिष्ट शक्तियां (भूत, प्रेत, पिशाच इ.), गूढ कर्मकांडों में (काला जादू) फंसे लोग और...
डॉ. मदन मोहन पाठक (धर्मज्ञ) Mystic Power- जीवन में उपासना का विशेष महत्त्व है। जब मनुष्य अपने जीवन...