30 मार्च 2025 रविवार से नवरात्रि प्रारंभ । नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी,...
डॉ दीनदयाल मणि त्रिपाठी प्रबंध संपादक- दुर्गा सप्तश्लोकी एक महान माला मन्त्र है, जो सप्तशतीरूपी क्षीरसागरका मन्थन कर मात्र ७ श्लोकों...
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पृथ्वी पर संपन्न प्रथम महायज्ञ की स्मृति के रूप में प्रतिवर्ष फाल्गुन पूर्णिमा के दिन संपूर्ण...
वेद में परमात्मा को ओ३म् नाम से अभिहित किया गया है अन्य सभी नाम उसके गुणों के आधार पर विशेषण...
जिनके गले में सर्पों का हार विभूषित है, जो त्रिनेत्रधारी हैं, भस्म ही जिनके शरीर का अंगराज (उबटन) है, जो...
भगवान शिव का स्वरूप अत्यंत अलौकिक और रहस्यमय है। वे विभिन्न वस्त्र, आभूषण और प्रतीक धारण करते हैं, जो उनके...
बिना पुरश्चरण किये हम गुरू-कृपा द्वारा प्राप्त मन्त्र से भी कोई कार्य नहीं ले सकते। अतः पुरश्चरण ही मन्त्र का...
इसका तात्पर्य यह मानते हैं कि कार्यक्रम पूर्ण हुआ। पर इसका यह अर्थ नहीं है।...
दीक्षा सम्प्रदाय में होती है,धर्म में नहीं । क्योंकि जो धर्म में नहीं है वह अधर्म में है ।...