भगवान् विष्णु सकल देवताओं के स्वरूप हैं। श्री हरि की अर्चा से सकल देवताओं की अर्चा का फल मिलता है...
अस्मिन् मार्गे सर्वश्रेयोमूलभूतो गुरुरेव, इस (नाथपंथ, सिद्धमत, सिद्धामृत) मार्ग में गुरु ही समस्त मंगलों का स्वरूप (मूल आधार) है, दूसरा...
भारत के विकास में सबसे बड़ा इस्लामिक षड्यंत्र ‘गजवा-ए-हिंद’ ! 'गजवा-ए-हिंद' अर्थात भारत में जिहादी राष्ट्र की स्थापना की दिशा...
प्राचीन बंगभूमि, जिसमें वर्तमान बँगलादेश भी सम्मिलित था, परम्परागत रूप से शक्ति-उपासना का विशिष्ट केन्द्र रही है। दुर्गापूजा यहाँ का सबसे बड़ा...
अपार करुणामूर्ति जगज्जननी भगवती शिवा और शिव ही समस्त सृष्टि के स्रष्टा हैं। इनकी कृपा से ब्रह्मादि देव याविर्भूत होकर...
वेदों की भाषा संस्कृत है। सर्वप्रथम हम संस्कृत भाषा के कुछ विशेष अक्षरों के नाम तथा उनके उच्चारण की विधि...
शैव दर्शन में मूलभूत परम अद्वैत तत्त्व को परमशिव, अर्थात् परमेश्वर कहा गया है । संसार में होने वाले बन्धन...
संध्या कर्म के निश्चित काल का लोप हो जाने पर भी प्रायश्चित्त करना पड़ता है, फिर कर्म का लोप होने...
भारत मे २५ से अधिक शक तथा संवत्सर प्रचलित हुये। पर भारतीय लोग तिथि नहीं देते थे। तिथि केवल ग्रीक/रोमन...
'मनुष्य शक्तिशाली होने की महत्वाकांक्षा रखता है' इसी सिद्धांत के अनुसार अपनी अपनी अभिरूचि को लक्ष्य करके सभी प्रयत्न कर...