प्राचीन ईरानी इतिहासकार और अवेस्ता दोनों ही में स्वीकार किया गया है कि लोग वरुण को हो सृष्टि का रचयिता...
प्रधानमंत्री ने कहा कि संघर्ष का एक और कारण दूसरों को खुद से मौलिक रूप से अलग समझना है जिसके...
जो किसी प्रकार के अञ्जन से नहीं दीखे या अनुभव किया जा सके वह निरञ्जन तत्त्व है। यह अति सूक्ष्म,...
परिवार तथा गोत्र से काटना ही कन्या दान है और इसका अधिकार उसके माता पिता को ही है। उसके बाद...
गायत्री २४ अक्षर का छन्द है। २ घात २४ = १ कोटि) सभी लोकों की माप है। विष्णु पुराण (२/७/४)...
बिना पुरश्चरण किये हम गुरू-कृपा द्वारा प्राप्त मन्त्र से भी कोई कार्य नहीं ले सकते। अतः पुरश्चरण ही मन्त्र का...
ध्यान के साधक को, मन को एकाग्र करने के लिए कोई आंतरिक साधन दिया जा सकता है। प्रायः इसके लिए...
नागराज वासुकि को मन्दराचल घुमाने की रस्सी कहा गया है। वह देव-असुरों के सहयोग के मुख्य संचालक थे। असुर वासुकि...
महाकुंभ 2025 में वसंत पंचमी पर संतो ने अखंड हिंदू राष्ट्र का प्रारूप प्रस्तुत करने की घोषणा की है।...
महाकुंभ क्षेत्र से विश्वकल्याणकारी रामराज्य अर्थात हिंदू राष्ट्र स्थापना का संदेश इस पदयात्रा के माध्यम से दिया गया।...