यह विषय हम सीधे-सीधे कुण्डलिनी साधना से जोड़ रहे है। जो भी व्यक्ति साधनाओं में रूचि रखते हैं। वो आज्ञा...
उषा की लाली से पूर्व ही स्नान करना उत्तम है। इससे प्राजापत्य व्रत का फल प्राप्त होता है। तेल लगाकर...
श्रीकृष्ण को केवल गीता में भगवान् कहा है, जब वे समाधि अवस्था में ब्रह्म के साथ एकाकार थे। महाभारत में...
शिक्षा का प्रभाव उसी पर होता है जिसमें ज्ञान प्राप्त करने की प्यास है। जो ज्ञान प्राप्त करने का इच्छुक...
न्यास का अर्थ है स्थापन। बाहर और भीतर के प्रत्येक अङ्ग में इष्टदेवता और मन्त्र का स्थापन ही न्यास है।...
प्रत्येक ईश्वरवादी ईश्वर को सत् मानता है अर्थात् ईश्वर का अस्तित्व उसके लिये सदा बना रहता है। प्राणियों की तरह...
भगवान् विष्णु सकल देवताओं के स्वरूप हैं। श्री हरि की अर्चा से सकल देवताओं की अर्चा का फल मिलता है...
श्वेत मकर पर विराजित, शुभ्रवर्ण वाली, तीन नेत्रों वाली, दो हाथों में भरे हुए कलश तथा दो हाथों में सुन्दर...
‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ में पहुंचे मेजर गौरव आर्य ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत हो...
अस्मिन् मार्गे सर्वश्रेयोमूलभूतो गुरुरेव, इस (नाथपंथ, सिद्धमत, सिद्धामृत) मार्ग में गुरु ही समस्त मंगलों का स्वरूप (मूल आधार) है, दूसरा...